महिला यौन उत्पीड़न और साइबर अपराध: जागरूकता और सशक्तिकरण

महिला यौन उत्पीड़न और साइबर अपराध: जागरूकता और सशक्तिकरण

02 फरवरी, 2024 को, पिथौरागढ़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस (पीजीआई) को सिविल जज श्रीमती विभा मैडम (सिविल जज सीनियर डिविजन/सचिव डीएलएसए, पिथौरागढ़) की मेजबानी करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। विशिष्ट अतिथि ने पीजीआई के छात्रों के लिए महिला यौन उत्पीड़न और साइबर अपराध से संबंधित मुद्दों पर एक इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया।

POSH अधिनियम और महिलाओं के अधिकार:

सत्र के दौरान, श्रीमती विभा यादव ने छात्रों को POSH अधिनियम से परिचित कराया और यह बताया कि यह कार्यस्थल में यौन उत्पीड़न की चिंताओं को कैसे संबोधित करता है। उन्होंने महिला छात्रों और संकाय सदस्यों को उनके अधिकारों और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की प्रासंगिक धाराओं के बारे में भी बताया, जिससे ऐसी स्थितियों का सामना करने की स्थिति में जागरूक रहना चाहिए।

साइबर अपराधों की बढ़ती समस्या:

इसके अलावा, जज मैडम ने प्रचलित साइबर अपराधों के बारे में जागरूकता बढ़ाई और इन मुद्दों को समझने और उनसे निपटने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने साइबर अपराधों के विभिन्न प्रकारों, जैसे कि ऑनलाइन उत्पीड़न, धमकी, धोखाधड़ी, और पहचान की चोरी के बारे में जानकारी प्रदान की।

सत्र का उद्देश्य:

सत्र का प्राथमिक लक्ष्य छात्रों और महिला संकाय सदस्यों को यौन उत्पीड़न से संबंधित गतिविधियों और अधिकारों के बारे में जानकारी देकर सशक्त बनाना था, ताकि वे ऐसी सामाजिक समस्याओं के खिलाफ सक्रिय कदम उठा सकें।

आभार और भविष्य की योजनाएं:

जानकारीपूर्ण सत्र सभी छात्रों के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ और इसके समापन पर पीजीआई के अध्यक्ष श्री नारायण लाल हनेरी ने न्यायाधीश महोदया का आभार व्यक्त किया। उन्होंने भारतीय समाज में महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से सरकार की पहल की सराहना की और पीजीआई, पिथौरागढ़ में समय-समय पर ऐसे ज्ञानवर्धक सत्र जारी रखने का आग्रह किया।

women sexual harassment and cyber crime sessions in pithoragarh, awareness program in Pithoragarh, cyber crime pithoragarh, cyber security in pithoragarh, women sexual harassment and cyber crime, महिला यौन उत्पीड़न और साइबर अपराध: जागरूकता और सशक्तिकरण

Leave a Reply